आईआईटी जेईई की तैयारी के लिए 11वीं कक्षा का महत्व
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स और जेईई एडवांस्ड के माध्यम से होता है।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स और जेईई एडवांस्ड के माध्यम से होता है। आईआईटी प्रवेश के लिए 11वीं कक्षा के अंक सीधे तौर पर नहीं गिने जाते। जेईई मेन्स की पात्रता के लिए आमतौर पर उम्मीदवारों को 12वीं कक्षा (या समकक्ष) में न्यूनतम कुल अंक (सामान्य/ओबीसी के लिए 75% और एससी/एसटी के लिए 65%, हालांकि यह साल के अनुसार बदल सकता है) प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। ध्यान 12वीं कक्षा के प्रदर्शन और जेईई स्कोर पर रहता है।
हालांकि, जेईई क्रैक करने के लिए 11वीं कक्षा के कॉन्सेप्ट्स बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे पाठ्यक्रम का एक बड़ा हिस्सा कवर करते हैं। प्रमुख विषयों में शामिल हैं:
- भौतिकी: मैकेनिक्स, थर्मोडायनामिक्स, तरंगें
- रसायन विज्ञान: परमाणु संरचना, रासायनिक बंधन, स्टॉइकियोमेट्री
- गणित: निर्देशांक ज्यामिति, त्रिकोणमिति, बीजगणित
ये विषय सीधे परीक्षा में आते हैं या 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम के लिए आधार बनाते हैं। 11वीं कक्षा के कॉन्सेप्ट्स की कमजोर समझ से उन्नत विषयों को समझना और जेईई के जटिल, एकीकृत प्रश्नों को हल करना मुश्किल हो सकता है। 11वीं कक्षा की पढ़ाई को नजरअंदाज करने से सफलता खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि आईआईटी जेईई को क्रैक करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने के लिए निरंतर तैयारी जरूरी है। विशिष्ट पात्रता विवरण के लिए हमेशा नवीनतम जेईई दिशानिर्देशों की जांच करें।
Share and join the blog by email.
Comments ()